कि अब मर भी जाऊँ तुम्हारे लिए तो वो थोड़ा होगा.... कि अब मर भी जाऊँ तुम्हारे लिए तो वो थोड़ा होगा....
हम भी थे कुछ काम के, हम भी थे कुछ नाम के, कुछ इस कदर बदनाम हुए, जुड़ के तेरे नाम से, हम भी थे कुछ काम के, हम भी थे कुछ नाम के, कुछ इस कदर बदनाम हुए, जुड़ के...
दोस्त नहीं अब हम, दूर है कहीं तू किसी और की बाहों में मेरा भी नसीब चल पड़ा है किसी और दोस्त नहीं अब हम, दूर है कहीं तू किसी और की बाहों में मेरा भी नसीब चल पड़ा ...
हारा हुआ महसूस कर रहे तुम जब, चाह रहे उबरना इस विषम परिस्थिति से देखो गौर से ऊपर निशा हारा हुआ महसूस कर रहे तुम जब, चाह रहे उबरना इस विषम परिस्थिति से देखो गौर ...
एक संवाद है श्रोताओं तुम्हें सुनाती हूँ जो पीड़ा मीरा दीवानी ने भोगी उसका कलयुग दर्प एक संवाद है श्रोताओं तुम्हें सुनाती हूँ जो पीड़ा मीरा दीवानी ने भोगी उसका...
जीवन में अराजकता आयातित नहीं है यूँ ही हमारी पसंद है। जीवन में अराजकता आयातित नहीं है यूँ ही हमारी पसंद है।